प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार ने पिछले एक या डेढ़ साल में लगभग 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। यह एक रिकॉर्ड है और यह दर्शाता है कि सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों के जरिए युवाओं को नई सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने का अवसर मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने नवचयनित कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि भारत के युवाओं के आत्मविश्वास और सामर्थ्य से कोई भी लक्ष्य अछूता नहीं रह सकता।
युवाओं के आत्मविश्वास का प्रमाण: स्टार्टअप्स में भारत का नेतृत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में भारत के बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र बन चुका है। “हमारा युवा आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है और हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रहा है। सरकार युवाओं के विकास के लिए निरंतर योजनाएं बना रही है और उन्हें नए अवसर प्रदान कर रही है।”
ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए ‘बैंक सखी’ जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं।
रोजगार मेले की ऐतिहासिक पहल
रोजगार मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर 2022 को हुई थी। इसका उद्देश्य देशभर में युवाओं को सरकारी नौकरियों के अवसर प्रदान करना है। अब तक, इन मेलों के माध्यम से लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति दी जा चुकी है।
हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने जानकारी दी थी कि रोजगार मेलों के जरिए विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, और संस्थानों में भर्ती प्रक्रिया तेज की गई है।
किन क्षेत्रों में दी गईं नियुक्तियां?
इस रोजगार मेले में चयनित अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया गया है। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
- गृह मंत्रालय
- डाक विभाग
- उच्च शिक्षा विभाग
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
- वित्तीय सेवा विभाग
यह पहल सरकारी प्रणाली को मजबूत करने के साथ-साथ युवाओं को नए अवसर प्रदान करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है।
युवाओं के लिए प्रेरणा और अवसर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का सही उपयोग करना है। “रोजगार मेलों के माध्यम से हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। युवा हमारे देश की शक्ति हैं और उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने नवनियुक्त कर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कड़ी मेहनत करें और देश की प्रगति में अपना योगदान दें।
निष्कर्ष
यह रोजगार मेला न केवल सरकारी नौकरियों की संख्या बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है, बल्कि युवाओं के आत्मविश्वास को भी बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा युवाओं को दिए गए प्रेरक संदेश और रोजगार के नए अवसरों के माध्यम से भारत के उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
सरकार की यह पहल दिखाती है कि यदि सही रणनीति और दृढ़ संकल्प के साथ काम किया जाए, तो देश के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना संभव है।