दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस पहल के तहत, भाजपा 23 दिसंबर 2024 को “दिल्ली रोजगार मेला” का आयोजन कर रही है। यह रोजगार मेला दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा और सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
रोजगार मेला की प्रमुख विशेषताएं
दिल्ली भाजपा ने रविवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस मेले की घोषणा की। पार्टी ने बताया कि यह मेला विशेष रूप से झुग्गी बस्ती के युवाओं के लिए आयोजित किया जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं:
- 10,000+ रोजगार प्रेरित युवा: इस मेले में दस हजार से अधिक युवा भाग लेंगे।
- हजारों रोजगार अवसर: विभिन्न क्षेत्रों में हजारों नौकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी।
- 100+ अग्रणी कंपनियां: मेले में 100 से अधिक कंपनियां भाग लेंगी।
- स्किल्ड और अनस्किल्ड नौकरियां: रोजगार मेला सभी प्रकार के प्रतिभागियों के लिए अवसर प्रदान करेगा।
भाजपा का उद्देश्य
यह रोजगार मेला भाजपा की एक महत्वपूर्ण रणनीति है, जिसका उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना और सामाजिक व आर्थिक दूरी को कम करना है। इसके माध्यम से पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि वह युवाओं के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी का रोजगार मेला में योगदान
इस आयोजन के अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। 23 दिसंबर को प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से युवाओं को संबोधित करेंगे और 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। यह नियुक्तियां केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में की जाएंगी, जिनमें गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं।
रोजगार मेले का महत्व
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, यह रोजगार मेला देश भर में 45 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत 22 अक्टूबर 2022 को हुई थी और अब तक लाखों युवाओं को नौकरियां दी जा चुकी हैं।
युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर
दिल्ली रोजगार मेला 2024 युवाओं के लिए एक बेहतरीन मौका है, जहां वे अपनी प्रतिभा के अनुसार रोजगार पा सकते हैं। यह न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी उनकी भागीदारी सुनिश्चित करेगा। भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल उन युवाओं के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है जो अपने भविष्य को लेकर आशान्वित हैं।