उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों की छुट्टियां 14 जनवरी 2025 तक बढ़ाने का फैसला किया है। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने इस आदेश की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
सभी स्कूलों पर लागू हुआ नया आदेश
पहले यह आदेश केवल बेसिक शिक्षा वाले स्कूलों तक सीमित था, लेकिन अब इसे सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर भी लागू कर दिया गया है। उत्तर भारत में इस समय ठंड और शीतलहर का प्रभाव काफी बढ़ गया है, जिससे बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता बन गई है।
ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प रहेगा उपलब्ध
जिलाधिकारी ने यह भी साफ किया है कि स्कूल बंद रहने के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प खुला रहेगा। कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए, जहां स्कूलों में छुट्टी का आदेश नहीं दिया गया है, वहां भी ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन होगा।
“हमने यह कदम विद्यार्थियों की पढ़ाई को बाधित न होने देने के लिए उठाया है।”
ऑनलाइन शिक्षा के जरिए बच्चे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकेंगे और सर्दी में सुरक्षित भी रहेंगे।
सर्दी के मौसम में यूनिफॉर्म की बाध्यता खत्म
इस कड़ाके की ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब स्कूल में यूनिफॉर्म पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। विद्यार्थी अब अपनी सुविधा के अनुसार गर्म कपड़े पहन सकते हैं।
“इस फैसले से बच्चों को काफी राहत मिलेगी। सर्दी में आरामदायक और गर्म कपड़ों का चयन उनकी सेहत के लिए फायदेमंद रहेगा।”
सर्दी से बचाव के लिए स्कूलों में विशेष इंतजाम
जिला प्रशासन ने स्कूलों में ठंड से बचाव के लिए कुछ खास दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
- कक्षाओं के अंदर हीटर की व्यवस्था की जाएगी।
- बच्चों को खुले मैदान में नहीं बैठने दिया जाएगा।
- स्कूल प्रशासन को सर्दी से बचाने के हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन कदमों का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि उनकी पढ़ाई और स्वास्थ्य दोनों पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
स्कूल खुलने का समय बदला गया
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने स्कूलों के संचालन के समय में भी बदलाव किया है। अब स्कूल सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक चलेंगे। ठंड के प्रभाव को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
विद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे समय के अनुसार जरूरी इंतजाम करें।
छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने कहा,
“शीतलहर के इस दौर में बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले है। प्रशासन हर जरूरी कदम उठाएगा, ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।”
क्या आप भी कर रहे हैं इंतजार?
इस ठंड में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाना बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए राहत की बात है। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे बच्चों को गर्म कपड़े पहनने और घर पर पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित करें।
इस फैसले से यह साफ हो गया है कि प्रशासन बच्चों की सुरक्षा और उनके शैक्षिक हितों को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।
Stay safe, stay warm!