दिल्ली की सत्ता बदलने के बाद से ही दिल्ली की राजनीति गरमाई हुई है, कभी खाली खजाना तो कभी मुख्यमंत्री कक्ष में तस्वीरें बदलने पर, आए दिन ऐसे हंगामे बढ़ते ही जा रहे है। इसी बीच विपक्ष ने आज एक नया मुद्दा छेड दिया है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी, पुलिस से भीड़ गयी।
निलंबित किये गए 21 आप विधायकों के साथ सड़क पर विरोधप्रदर्शन करती नज़र आई। ये नया हंगामा किस बात पर है, आखिर ऐसा क्या हुआ की आप पार्टी सड़क पर उतर आई। आइये आपको बताते है ये पूरा मामला क्या है। दिल्ली विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है और इस दिन की शुरुरात ही इतनी धमाकेदार हुई है, की आतिशी समेत आप पार्टी के 21 निलंबित विधायकों को विधानसभा परिषर में घुसने से भी रोका जा रहा है।
परिषर के बाहर बेरिकेटिंग कर दी गयी है। पुलिस की तैनाती की गयी है। साथ ही पुलिस का कहना है की स्पीकर का आर्डर है, की निलबित विधायकों को परिषर के अंदर आने से रोका जाए। जिस पर आप पार्टी की नेता आतिशी भड़क गई और सड़क पर ही विरोधप्रदर्शन शुरू कर दिया। आतिशी कहती है, की देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ की कुछ चुने गए विधायकों को विधानसभा परिसर में आने से रोका गया हो।
ये तो साफ-साफ तानाशाही है। निलंबित विधायकों को सदन में आने से रोका जाए, ये समझ आता है लेकिन विधानसभा परिसर से 50 मीटर की दुरी पर बेरिकेटिंग कर देना और चुने गए विधायकों को रोकना, ये तो कोई कानून नहीं है। साथ ही सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहती है की कोई ऑर्डर्स नहीं है इनके पास, आप के विधायकों को रोकने के। ये तो सरासर तानाशाही है।
दरसअल ये सब शुरू हुआ विधानसभा सत्र के पहले दिन से जब आतिशी और आप पार्टी के विधायकों ने मिलकर सदन में मुख्यमंत्री कक्ष से तस्वीरें बदलने पर बवाल खडा किया था। जिसके बाद स्पीकर के बार-बार कहने पर भी नहीं मानने की वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया था। क्या आम आदमी पार्टी को हार हजम नहीं हो रही है? क्या आये दिन ऐसे हंगामो के बीच नयी पार्टी अपना काम कर पायेगी। इन सब सवालो के जवाब तो आने वाले वक्त में ही पता चलेंगे । फिलहाल जुडे रहे हिंदुस्तान लाइव न्यूज़ के साथ।